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सुगंधा देवी शक्तिपीठ के बारे में
सुगंधा देवी शक्तिपीठ बांग्लादेश के शिकारपुर गांव में सुनंदा नदी के तट पर स्थित एक प्रतिष्ठित मंदिर है, जो बारीसाल से लगभग 21 किमी दूर है। यह 51 शक्तिपीठों में से एक है, जहाँ माना जाता है कि देवी सती की नाक (नासिका) गिरी थी।
क्या अपेक्षा करें?
सुगंधा देवी शक्तिपीठ में, आगंतुक एक शांत और आध्यात्मिक रूप से उत्थानशील वातावरण की उम्मीद कर सकते हैं। यह मंदिर सुनंदा नदी के किनारे खूबसूरती से स्थित है, और आप इसकी शानदार पत्थर की वास्तुकला और जटिल नक्काशी को देखकर दंग रह जाएंगे।
टिप्स विवरण
सुगंधा देवी शक्तिपीठ के बारे में अधिक जानकारी
सुगंधा शक्ति पीठ देवी सुनंदा को समर्पित एक मंदिर है। यह बांग्लादेश में बारीसाल से 10 मील उत्तर में शिकारपुर गाँव में स्थित है। सुगंधा शक्ति पीठ 51 शक्ति पीठों में से एक है।
ऐसा कहा जाता है कि यहाँ माँ सती की नाक गिरी थी। माँ सती की मूर्ति को 'सुनंदा' कहा जाता है और भगवान शिव की पूजा 'त्रैम्बक' के रूप में की जाती है। भैरव मंदिर झलकती रेलवे स्टेशन से 5 मील दक्षिण में स्थित पोनाबालिया में है। पोनाबालिया सुनंदा नदी के तट पर स्थित शमरैल गाँव के अंतर्गत आता है।
सुगंधा देवी शक्तिपीठ कैसे पहुंचें?
सुगंधा देवी शक्तिपीठ सेवाएँ
सुगंधा देवी शक्तिपीठ आरती का समय
कोई विशिष्ट समय नहीं है।
पर्यटक स्थल
सुगंधा देवी शक्तिपीठ की स्थानीय भोजन विशेषता