बांकुरा
0 0 (0 समीक्षा)
बांकुरा, West Bengal, India
बांकुरा पश्चिम बंगाल का एक सांस्कृतिक और प्राकृतिक धरोहर स्थल है, जो टेराकोटा कला, मंदिरों और सुन्दर प्राकृतिक दृश्यों के लिए प्रसिद्ध है।
Best Time to Visit
Festival and events

त्योहार और आयोजन

  • चारक पर्व
  • पौष मेला
  • मुकुटमणिपुर पर्यटन महोत्सव
  • स्थानीय जनजातीय मेले और लोक नृत्य
More Info

 

Famous For
यह स्थान टेराकोटा से बने बांकुरा घोड़े, ऐतिहासिक मंदिरों, जनजातीय संस्कृति, और सुसुनिया पहाड़ियों व मुकुटमणिपुर जलाशय जैसे प्राकृतिक स्थलों के लिए प्रसिद्ध है।

बांकुरा – बंगाल की कलात्मक और प्राकृतिक धरोहर

पश्चिम बंगाल के पश्चिमी हिस्से में स्थित बांकुरा जिला इतिहास, लोक संस्कृति और प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है। यह एक ऐसा स्थल है जहाँ कला, धर्म, और प्रकृति का सुंदर समागम होता है। यहाँ का सबसे प्रसिद्ध प्रतीक है बांकुरा घोड़ा, जो टेराकोटा कला का उत्कृष्ट उदाहरण है और बंगाल की लोक परंपरा का प्रतीक भी। बांकुरा क्षेत्र पर जैन, शैव और वैष्णव परंपराओं का प्रभाव पड़ा है, जो बिष्णुपुर, पंचमुरा और जयरामबती जैसे स्थलों के मंदिरों में दिखाई देता है।

सुसुनिया हिल्स प्राकृतिक सौंदर्य, चट्टानों पर अभिलेख और औषधीय पौधों के लिए प्रसिद्ध है, जबकि मुकुटमणिपुर डैम शांति और नौका विहार के लिए एक आदर्श स्थल है। यहाँ की जनजातियाँ अपने त्योहारों, नृत्यों और हस्तशिल्पों से इस क्षेत्र की संस्कृति में जीवंतता लाती हैं। बांकुरा एक ग्रामीण लेकिन सांस्कृतिक रूप से समृद्ध अनुभव प्रदान करता है।

टिप्स विवरण

  • भाषा बंगाली, हिंदी, अंग्रेजी।
  • मुद्रा भारतीय रुपया (INR)।
  • स्थानीय आपातकालीन नंबर पुलिस: 100, अग्निशमन: 101, एम्बुलेंस: 102।

शहर में करने योग्य कार्य

  • सुसुनिया हिल्स की सैर करें ट्रेकिंग, शिलालेख और प्रकृति का आनंद लें।
  • मुकुटमणिपुर जाएँ जलाशय के पास नौका विहार और शांतिपूर्ण वातावरण का आनंद लें।
  • टेराकोटा हस्तशिल्प खरीदें विशेष रूप से पंचमुरा गाँव से बांकुरा घोड़ा लें।
  • बिष्णुपुर भ्रमण करें मंदिरों और संगीत की परंपरा देखें।
  • जनजातीय उत्सवों में भाग लें संथाली नृत्य और मेलों का आनंद लें।

बांकुरा कैसे पहुँचें?

  • हवाई मार्ग से  कोलकाता का नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा निकटतम है (लगभग 200 किमी)।
  • रेल मार्ग से बांकुरा रेलवे स्टेशन हावड़ा, आसनसोल और पुरुलिया से जुड़ा हुआ है।
  • सड़क मार्ग से कोलकाता, दुर्गापुर और आसपास के शहरों से नियमित बसें और टैक्सी मिलती हैं।

निष्कर्ष

बांकुरा कला, अध्यात्म और प्रकृति का अद्भुत संगम है। चाहे आप साहसिक यात्रा पसंद करते हों या सांस्कृतिक, बांकुरा हर तरह के यात्रियों के लिए एक परिपूर्ण स्थल है।

Top
Hindi